सिरदर्द

सिरदर्द के घरेलू उपाय एवं सिरदर्द के कारण

सिरदर्द होना एक आम रोग है। लगभग सभी लोग सिरदर्द से कभी न कभी पीड़ित जरूर होते है। आधुनिक जीवनशैली, अनियमित खान-पान, टेक्नोलॉजी का ज्यादा उपयोग आदि कारणों से सिरदर्द हो सकता है। सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए बहुत से लोग सिरदर्द के घरेलु उपाय अपनाते है जिससे उन्हें जल्दी आराम भी मिल जाता है। आइये जानते है सिरदर्द के कारण क्या है।

घरेलु या आयुर्वेदिक उपचारों का उपयोग करके सिरदर्द से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। घरेलु उपचार असरदार होते है और इनका साइड इफ़ेक्ट भी नहीं होता है। सिरदर्द में लाभकारी घरेलु उपचारों को जानने से पहले आइए हम सिरदर्द क्या होता और इसके होने के कारणों को समझें।

सिरदर्द क्या होता है?

किसी कारणवश सिर में दर्द होना सिरदर्द कहलाता है। सिर के किसी भी भाग में दर्द शुरू हो सकता है। दर्द सिर में एक तरफ या दोनों तरफ या मध्य भाग में हो सकता है। शुरुआत में सिरदर्द हल्का रहता है, फिर धीरे-धीरे बढ़ते हुए असहनीय अवस्था में पहुंच जाता है। सिरदर्द सिर के एक हिस्से से शुरू होकर पूरे सिर में फैल जाता है। सिरदर्द धीरे-धीरे या फिर अचानक शुरू हो सकता है। सिरदर्द के उपचार के लिए आप दवाएं या घरेलु उपचार अपना सकते है।

सिरदर्द के कारण

सिरदर्द के कारण

हमें सिरदर्द मुख्यता दो कारणों से होता है। पहला हमारी जीवनशैली, अनियमित खान-पान और अस्वस्थ आदतों के कारण और दूसरा शरीर की अन्य बिमारियों के कारण। इस प्रकार सिरदर्द को प्राइमरी और सेकेंडरी दो भागों में बांटा जाता है। सिरदर्द के दोनों कारणों का नीचे विस्तार में विश्लेषण किया गया है।

सिर दर्द होने के आम कारण क्या है?

हमारी जीवनशैली, खान-पान की अनियमितता और टेक्नोलॉजी का अधिक उपयोग ही आम सिरदर्द होने का प्रमुख कारण होते है। इनमें से कुछ कारणों को नीचे विस्तार में बताया गया है।

अधिक तनाव या चिंता के कारण

घर की चिंता, बच्चों की पढाई की चिंता, ऑफिस में कामकाज की चिंता आदि बहुत से कारण है जिससे व्यक्ति तनावग्रस्त रहने लगता है। तनाव की स्थिति में आपके सिर पर दबाव पड़ता है। जिसकी  वजह से सिर में दर्द होने लगता है। इसीलिए हमें अत्यधिक चिंता और तनाव करने से बचना चाहिए।

अनियमित और पौष्टिक आहार न लेने के कारण

नाश्ता, दोपहर या रात का खाना न करना, बहुत मासलेदार या जंक फ़ूड खाना, बहुत देर तक कुछ न खाना आदि कारणों से पेट में जलन व गैस की समस्या उत्पन्न हो जाती है। पेट में गैस बनने से व्यक्ति को सिरदर्द हो सकता है। इसीलिए हमें ऐसे खाने से बचना चाहिए जो गैस बनने को बढ़ावा देते है, साथ ही हमें खाने के तुरंत बाद हमें लेटना भी नहीं चाहिए। तुरंत लेटने से भी गैस की समस्या बन जाती है। गैस की वजह से सिरदर्द से बचने के लिए हमें अपने आहार पर ध्यान देना चाहिए।

तीव्र गंध या खुशबू के कारण

कई लोगों को तीव्र गंध या महक से एलर्जी हो सकती है। इस एलर्जी के कारण लोगों को सिरदर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में लोगों को खुशबू के चयन में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। तीव्र गंध या महक से दूर रहना ही हितकर है।

नींद का पूरी न होना या ज्यादा सोने के कारण

एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में कम से कम आठ घंटे सोना जरुरी है। नींद पूरी न होने पर सुबह आलस्य और थकान का अनुभव होता है। इसी प्रकार जरुरत से अधिक सोने पर भी ऐसा अहसास होता है। दोनों ही प्रस्थिति में व्यक्ति को थकान के साथ सिरदर्द होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसीलिए व्यक्ति को जरुरत के अनुसार पूरी नींद लेनी चाहिए।

डीहाईड्रीशन या पानी कम पीने के कारण

शरीर में पानी की कमी से शरीर के अंदर के विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर नहीं निकल पाते है। जिसके कारण व्यक्ति को उलझन लगने लगती है। इस स्थिति के आने से व्यक्ति को चक्कर और सिरदर्द की शिकायत हो सकती है। इसीलिए दिन में कम से कम आठ से दस गिलास पानी जरुर पिएं।

कैफीन की मात्रा बढ़ने के कारण

शराब, धूम्रपान, कॉफी, कोलड्रिंक आदि पदार्थों का सेवन करने से शरीर में कैफीन की मात्रा बढ़ जाती है। जिसके कारण व्यक्ति को सिरदर्द हो सकता है। सिरदर्द से बचने के लिए हमें कैफीन युक्त पदार्थों के ज्यादा सेवन से बचना चाहिए।

ठण्डे आहार का सेवन करने के कारण

जयदा ठण्डे आहार के सेवन से शरीर की नसें सिकुड़ने लगती है। जिसके कारण हमारे शरीर के रक्त प्रवाह में रुकावट पैदा हो जाती है। इससे हमारे सिर में जरुरी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है। ऑक्सीजन के इस कमी के कारण व्यक्ति को सिरदर्द होने लगता है। इसीलिए हमें बहुत अधिक ठण्डा खाना खाने से बचना चाहिए।

गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने के कारण

अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए महिलाएं गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन करती है। इन गोलियों के लेने से शरीर के हार्मोन्स में बहुत बदलाव होते है। जिसके कारण महिलाओं को चक्कर, उल्टी या सिरदर्द की समस्या हो सकती है। इससे छुटकारा पाने के लिए गर्भनिरोधक दूसरे तरीकों को अपनाने को वरीयता देनी चाहिए।

बिमारियों के कारण होने वाला सिरदर्द?

सिरदर्द का दूसरा सबसे बड़ा कारण है बीमारियां। इसमें सिरदर्द किसी शारीरिक समस्या के कारण उत्पन्न होता है। इस तरह के दर्द की अनदेखी करने से आप किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त हो सकते है। हम आपको ऐसी ही शारीरिक समस्याओं या बिमारियों के बारें में बताएँगे जिससे सिरदर्द हो सकता है और जिसके निदान के लिए तुरंत डॉक्टरी परामर्श लेना जरुरी है।

स्ट्रोक या लकवा के कारण

अगर किसी व्यक्ति को अचानक सिर में दर्द होने के साथ शरीर का कोई भाग काम करना बंद कर दे तो यह स्ट्रोक या लकवे का संकेत हो सकता है। ऐसे में व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।

ब्रेन ट्यूमर के कारण

सिर में रुक रूककर या लगातार बिना किसी कारण के दर्द होने लगे और आसानी से ठीक न हो, तो यह दर्द सिर में बनी गाँठ की वजह से हो सकता है। जिसे ब्रेन ट्यूमर भी कहा जाता है। ऐसे दर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

सिर में चोट लगने के कारण

अगर कभी आपके सिर में कोई चोट लगी हो तो उसके वजह से भी सिरदर्द हो सकता है। जिसका कारण चोट की वजह से खून के थक्को का जमा होना होता है। ऐसे में डॉक्टर के परामर्श से एक्स रे आदि करवाकर सिर में लगी अंदुरुनी चोटों का पता लगाना चाहिए। जिससे उसका सही समय पर उपचार किया जा सके।

बुखार होने के कारण

व्यक्ति के बुखार से ग्रस्त होने पर जुखाम, कान दर्द व सिरदर्द की समस्या हो सकती है। ऐसा सिरदर्द बुखार के ठीक होने के साथ ही ठीक हो जाता है।

आँखों की समस्या के कारण

जब आँखों की देखने की क्षमता में कमी आ जाती है तो हमें चीजों को देखने में दिक्कत होने लगती है। ज्यादा ध्यान लगाकर देखने से आँखों पर जोर पड़ता है। जिसके कारण आँखों के साथ साथ सिर में दर्द शुरू हो जाता है। इसके समाधान के लिए हमें आँखों की जाँच करवाकर सही चश्मे का उपयोग करना चाहिए।

दांत के दर्द के कारण

दांतों में इन्फेक्शन के कारण दर्द हो सकता है। जिसकी वजह से भी व्यक्ति को सिरदर्द हो सकता है।

सिरदर्द के लक्षण क्या है?

व्यक्ति में निम्न लक्षणों के होने पर सिरदर्द का पता चलता है: –

  • सोने में समस्या होना
  • ध्यान केंद्रित करने में तकलीफ होना
  • बहुत ज्यादा थका हुआ महसूस करना
  • शरीर में सुस्ती रहना
  • चिड़चिड़ा पन होना
  • सिर की मांसपेशियों में खिंचाव होना
  • माथे के चारो तरफ दबाव महसूस होना
  • ज्यादा पसीने का आना
  • जी मचलाना वा उल्टी का आना

सिरदर्द ठीक करने के घरेलु उपाय

जड़ीबूटीओ द्वारा सिरदर्द के घरेलू उपाय

बिमारियों से होने वाले सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए उस बीमारी का उपचार करना पड़ता है। परन्तु आम कारणों से होने वाले सिरदर्द घरेलु उपचार से ठीक हो जाते है। घरेलु उपचार में उपयोग होनेवाली सामग्री हमें आसानी से घर पर ही मिल जाती है। जिसको सही तरीके से उपयोग करने पर आप सिरदर्द से आसानी से छुटकारा पा सकते है। घरेलु पद्धति से सिरदर्द का उपचार कैसे करें, इसके बारें में नीचे विस्तार से बताया गया है।

अदरक के उपयोग से सिरदर्द के घरेलु उपाय

आयुर्वेद का अनुसार अदरक में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते है। जिनके कारण अदरक रक्त वाहनियों में दर्द और सूजन को कम करने की क्षमता रखती है। अदरक को विभिन्न तरीकों से सिरदर्द के घरेलु उपाय में लाया जा सकता है। जैसेकि:-

  •  एक चम्मच अदरक के पाउडर को दो चम्मच पानी में मिलकर मिश्रण तैयार कर लें। इस तैयार मिश्रण को माथे पर सूखने तक लगाकर रखें। इससे व्यक्ति को सिरदर्द में रहत मिलेगी।
  • अदरक और नींबू के जूस को बराबर मात्रा में मिलाकर दिन में दो से तीन बार पीने पर सिरदर्द में आराम मिलता है।
  • कच्चे अदरक या अदरक के पाउडर को पानी में अच्छे से उबाल लें। फिर इस उबले हुए पानी की कुछ समय तक भाप लें। ऐसा करने से सिरदर्द से छुटकारा मिल जाएगा।
  • सूखी अदरक या सोंठ को बारीक पीसकर बकरी के दूध में घोल कर नाक में बूँद-बूँद करके डालें। डालते समय साँस नाक से खींचे, ऐसा करने से तेज सिरदर्द में भी रहत मिलती है।

गर्म पानी के उपयोग से सिरदर्द के घरेलु उपाय

सिरदर्द के लिए आप गर्म पानी का निम्न तरीके से उपयोग करें।

  • गर्म पानी की थैली को अपनी गर्दन पर रखकर सिकाई करें। ऐसा करने से सिर का भारीपन दूर होता है और सिरदर्द में राहत मिलती है
  • गुनगुने पानी में अपने पैर डालकर दस से पंद्रह मिनट तक बैठें। ऐसा करने से सिरदर्द में आराम मिलेगा और आपको अच्छी नींद आएगी।
  • गर्म पानी से स्नान करें। इससे भी सिरदर्द में लाभ मिलता है।

बर्फ के उपयोग से सिरदर्द के घरेलु उपाय

सिरदर्द के लिए आप बर्फ का निम्न तरीके से उपयोग करें।

  • सिरदर्द के घरेलु उपाय के लिए बर्फ को एक कपड़े में लपटकर सिर पर रखें। ऐसा करने सिर का रक्त संचालन सही ढंग से होने लगता है। जिससे सिरदर्द में आराम मिलता है। बर्फ को कभी भी सीधे सिर पर न रखें। ऐसा करने से स्किन ख़राब होने का डर रहता है।
  • सादे अपनी में बर्फ के कुछ टुकड़े मिला लें। फिर इस पानी में एक कपड़ा भिगोकर सिर पर रखें। पांच से दस मिनट के अंतराल पर कपड़े को दुबारा भीगा कर सिर पर रखें। ऐसा तबतक करते रहें जबतक आपको सिरदर्द से आराम नहीं मिल जाता।

तुलसी के उपयोग से सिरदर्द के घरेलु उपाय

आयुर्वेद में तुलसी के औषधिये गुणों का वर्णन है। तुलसी में तनावग्रस्त मांसपेशियों को शांत करने के गुण होते है। तुलसी का उपयोग करने हम सिरदर्द से छुटकारा पा सकते है। सिरदर्द के घरेलु उपाय में तुलसी का उपयोग निम्न तरीके से करें।

  • तुलसी की कुछ पत्तियों को पानी में उबाल लें। फिर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर चाय की तरह सेवन करें। ऐसा करने से सिरदर्द में आराम मिलेगा।
  • एक बर्तन में पानी लेकर उसमें कुछ तुलसी की पत्तियां डालें या फिर कुछ बूंद तुलसी के तेल की डाल दें। फिर उस पानी को गरम करके भाप लेने की कोशिश करें। ऐसा करने सी सिरदर्द ठीक हो जाता है।
  • तुलसी के तेल को सरसो या नारियल के तेल में मिलाकर सिर पर मालिश करें। इससे भी सिरदर्द में आराम मिलता है।
  • दिन में दो से तीन बार तुलसी के पत्ते चबाएं। ऐसा करने से सिरदर्द से छुटकारा मिल जाएगा।

पुदीना से सिरदर्द के घरेलु उपाय

एनलजेसिक गुण होने के कारण पुदीना तनावग्रस्त मांसपेशियों को शांत करके दर्द कम करने में सहायक होता है। पुदीना में मेथोल और मेंथोन तत्व पाए जाते है जो दर्द निवारक का काम करते है। पुदीने का उपयोग हम निम्न तरीके से करके सिरदर्द से छुटकारा पा सकते है।

  • पुदीना की पत्तियों का रस निकलकर माथें पर लगाएं। ऐसा करने सिरदर्द बहुत जल्दी ठीक हो जाएगा।
  • इसकी पत्तियों को चाय में डालकर पीने से भी सिरदर्द में आराम मिलता है।

लैवेंडर के उपयोग से सिरदर्द  के घरेलु उपचार

रिसर्च के अनुसार लैवेंडर का तेल माइग्रेन के लक्षणों को भी ठीक कर सकते है। लैवेंडर का तेल सिर पर लगाने या सूंघने से सिरदर्द में आराम मिलता है। इसके अलावा आप एक कप उबलते पानी में लैवेंडर के तेल की कुछ बूंदे डालकर उसकी भाप लेने से भी सिरदर्द में आराम मिलता है।

नींबू  के उपयोग से सिरदर्द के घरेलु उपाय

एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू का रस मिलाकर पीने से सिरदर्द से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा आप नींबू के छिलके को पीसकर अपने सिर पर लगाएं। यह लेप दर्द निवाकर दवा की तरह काम करता है।

सेब के उपयोग से सिरदर्द के घरेलु उपाय

सिरदर्द के उपाय के लिए आप सेब और सेब से बने सिरके दोनों का उपयोग कर सकते है। ग्रीन सेब सिरदर्द दूर करने में ज्यादा लाभदायक होता है। सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए सेब का उपयोग निम्न तरीके से करें।

  • सेब को काट करके उसमें हल्का नमक मिलकर खाएं। खाने के बाद थोड़ा सा पानी पी लें। ऐसा करने से सिरदर्द से छुटकारा मिलता है।
  • एक बर्तन पानी में तीन से चार चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पानी को उबाल लें। फिर इस पानी की भाप लें। ऐसा करने से सिरदर्द में तुरंत आराम मिलता है।
  • दो चम्मच सेब का सिरका, थोड़ा शहद और कुछ बूँदें नींबू की मिलाकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े को पीने से सिरदर्द से तुरंत छुटकारा मिलता है।

चाय के उपयोग से सिरदर्द का घरेलु उपाय

अदरक इलाइची वाली चाय पीने से सिरदर्द में आराम मिलता है। इससे सिर का भारीपन भी दूर हो जाता है। कुछ लोगों को चाय पीने की आदत होती है। समय पर चाय न मिलने से सिर में दर्द होने लगता है। ऐसे में उन्हें तुरंत चाय पीनी चाहिए। ऐसे लोगों के लिए चाय रामबाण का काम करती है।

दालचीनी के उपयोग से सिरदर्द का घरेलु उपचार

कभी कभी हमें ठंडी हवा लगने की वजह से सिरदर्द होने लगता है। ऐसे सिरदर्द में दालचीनी बहुत लाभदायक है। सबसे पहले दालचीनी को बारीक पीस लें। फिर इस पाउडर में पानी मिलाकर लेप तैयार कर लें। इस लेप को कम से कम तीस मिनट तक माथे पर लगाकर रखें। ऐसा करने से सिरदर्द से छुटकारा मिल जाएगा।

पान के पत्ते के उपयोग से सिरदर्द का घरेलु उपचार

दो से तीन पान के पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को मथें पर लगभग तीस मिनट तक लगाकर छोड़ दें। ऐसा करने से आपको सिरदर्द में आराम मिलेगा। इसके अलावा आप पान के पत्ते को मुँह में रखकर चबाएं। चबाने से सिर की मांसपेशियां सक्रीय होती है, जिससे आपको सिरदर्द से राहत मिलती है।

भरपूर पानी पीने से सिरदर्द में लाभ

अगर आपने दिन में जरुरत के अनुसार पानी नहीं पिया है, तो आपको सिरदर्द की शिकायत हो सकती है। इससे बचने के लिए आपको भरपूर पानी पीना चाहिए। पानी पीने से आप डिहाइड्रेशन से भी बचे रहेंगे और सिरदर्द भी नहीं होगा।

सिर की मालिश से सिरदर्द का घरेलु उपचार

जब भी आप अधिक तनाव लेते है तो आपको सिरदर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे सिरदर्द का रामबाण उपचार मालिश है। इसके लिए कपूर को घी में मिलाकर सिर की अच्छे से मालिश करें। इससे आपको सिरदर्द में राहत मिलेगी।

सिरदर्द रोकने के उपाय/ सिरदर्द से कैसे बचा जा सकता है

आम कारणों से होने वाले सिरदर्द को हम थोड़ी सावधानी बरतकर रोक सकते है। इसके लिए हमें अपनी दिनचर्या या रोजमर्रा के जीवन में कुछ आसान से बदलाव करने होंगे। आज हम आपको ऐसे ही कुछ आसान से उपायों के बारें में बताएंगें जिन्हें अपनाकर आप सिरदर्द से बच सकते है।

  • हमें नियमित और पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।
  • अधिक मात्रा में शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना और शाम का भोजन सही समय पर कर लेना चाहिए।
  • अधिक समय तक खाली पेट नहीं रहना चाहिए।
  • तम्बाकू, सिगरेट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • ज़्यादा तनाव और चिंता करने से बचना चाहिए।
  • रोज की जरुरत के अनुसार पानी पियें। दिन में कम से कम आठ से दस गिलास पानी पियें।
  •  लम्बे समय तक कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल का उपयोग न करें।
  • नियमित व्ययाम या योग करें।
  • डॉक्टर के परामर्श के बिना कोई दवा न लें। किसी भी दवा का सेवन करना या छोड़ना डॉक्टर की परामर्श से ही करें।

सिरदर्द के लिए डॉक्टर के पास कब जाएं

सामान्यतः सिरदर्द को आम बीमारी माना जाता है। यह आसानी से भरेलु उपचार अपनाने से ठीक हो जाती है। परन्तु यदि आपको अत्यधिक सिरदर्द हो रहा हो या फिर आपका सिरदर्द घरेलु उपचार करने के बाद भी ठीक नहीं हो रहा हो, तो ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी सिरदर्द की दवा न लें।

घरेलु उपचार से सिरदर्द आराम से ठीक हो जाता है। परन्तु कुछ लोगों को इससे लाभ नहीं भी मिल सकता है। ऐसे में आप अपने विवेक से घरेलु उपचार को अपनाएं। लाभ न मिलने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

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