‘स्मार्टफोन’ एक ऐसा उपकरण जिसने हमे जीवन को बहुत आसान बना दिया है उसके साथ ही यह चुनौती भी है की हम अपने मोबाइल डाटा को १००% सुरक्षित कैसे करें । बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग, चैटिंग, कालिंग, वीडियो कालिंग, मेल और सन्देश भेजना आदि अनगिनत काम हम अपने स्मार्टफोन के जरिये करते है। इन कामों को आसान बनाते है, हमारे फ़ोन में इनस्टॉल किये गए मोबाइल एप्लीकेशन।
आज जैसे ही हम नया स्मार्टफोन ख़रीदते है, हम कई तरह के ऐप डाउनलोड करना शुरु कर देते है। इनमें से ज्यादातर मुफ्त ऐप होते है। मुफ़्त ऐप या फ्री एप्लीकेशन वो मोबाइल ऐप होते है जिनकी सेवाओं के इस्तेमाल के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। जिसकी वजह से हम कई उपयोगी और अनुपयोगी ऍप्लिकेशन्स अपने मोबाइल में इस्टॉल कर लेते है। परिणामस्वरूप कुछ समय बाद, ये ऐप्स आपके फ़ोन की अधिकांश जगह घेर लेते हैं।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि, ‘क्या ये ऐप्स सुरक्षित हैं’? क्या ये सारे एप्स मैलवेयर या खतरनाक सॉफ्टवेयर से सुरक्षित है ? कहीं आपका व्यक्तिगत डाटा इन एप्स के जरिये हैकर्स तक तो नहीं पहुंच रहा है ? क्यूंकि फोन हैक होने पर आपके व्यक्तिगत डाटा के गलत इस्तेमाल होने की सम्भावना बढ़ जाती है। ऐसे बहुत सी घटनाओं का उल्लेख हम रोज़ समाचार में देखते और पढ़ते है।
उदहारण के लिए, Pegasus हाल ही में उजागर हुआ एक spyware है। Pegasus इजरायल की साइबर आर्म्स फर्म NSO ग्रुप द्वारा विकसित एक स्पाइवेयर है जिसे गुप्त रूप से मोबाइल फोन में इनस्टॉल किया जाता है। यह लगभग सभी एंड्राइड और आईफोन पर चल सकता है। आपके कॉल रेकॉर्डस, मैसेज, ई-मेल, बैंकिंग डाटा आदि लगभग सभी जानकारियां इस ऐप के जरिया चुराई जा सकती है। अगर आपको अपने फ़ोन को इस तरह के ऐप से सुरक्षित रखना है तो आपको अभी सावधान हो जाने की जरुरत है।
खतरनाक मोबाइल एप्स इस्टॉल करने से बचने की टिप्स
अब सवाल उठता है कि हम उन दुर्भावनापूर्ण (malicious mobile applications) ऐप्स की पहचान कैसे कर सकते हैं? इन ऐप्स को पहचानने के लिए आपको किसी तीसरे पक्ष के ऐप की आवश्यकता नहीं है। यदि आप इनस्टॉल करते और उपयोग करते समय कुछ सावधानियां बरतते हैं तो आप उन्हें आसानी से पहचान सकते हैं। आइए अब हम आपको आपके काम को आसान बनाने के लिए कुछ टिप्स और ट्रिक्स बताएंगे।
मोबाइल डाटा को सुरक्षित रखने के लिए Unauthorized App से बचें। गूगल प्ले प्रोटेक्ट का इस्तेमाल करें (Google Play Protect)
हम अपने ज्यादातर मोबाइल एप्स गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करते है। कुछ समय पहले तक प्ले स्टोर पर कोई सुरक्षा प्रतिबन्ध नहीं था, जिसके फलस्वरूप कोई भी अपने ऐप्स को सूचीबद्ध कर सकता था। लेकिन हाल के दिनों में मोबाइल ऐप्स द्वारा व्यक्तिगत डेटा की चोरी में वृद्धि के कारण, गूगल ने गूगल प्ले प्रोटेक्ट सर्विस शुरु की है। गूगल प्ले प्रोटेक्ट गूगल प्ले स्टोर पर सूचीबद्ध होने वाले सभी मोबाइल एप्स का सुरक्षा के दृष्टिकोण से जाँच करता है। और सुनिश्चित करता है कि सूचीबद्ध होने वाले एप्स मैलवेयर, वायरस और खतरनाक सॉफ्टवेयर से मुक्त हों।
शुरुआत में गूगल प्ले प्रोटेक्ट केवल प्ले स्टोर के माध्यम से इंस्टॉल किए गए ऐप्स को ही स्कैन करता था। लेकिन अब यह विभिन्न स्रोतों से इंस्टॉल किए गए ऐप्स को भी स्कैन कर सकता। इसलिए, मैलवेयर की उपस्थिति जानने के लिए नियमित रूप अपने मोबाइल एप्स को गूगल प्ले प्रोटेक्ट के माध्यम से स्कैन करें। इसके साथ यह भी सुनिश्चित करें कि गूगल प्ले प्रोटेक्ट सर्विस आपके मोबाइल पर एक्टिव हो।
आपके स्मार्टफोन पर गूगल प्ले प्रोटेक्ट सेवा एक्टिव है या नहीं ये जानने के लिए सेटिंग > सुरक्षा पर जाएं। प्राइवेसी ऑप्शन के अंदर पहला विकल्प गूगल प्ले प्रोटेक्ट होना चाहिए। अगर ये एक्टिव नहीं है तो इसको एक्टिव कर दीजिये। यही आपको हाल ही में स्कैन किये गए एप्स की सूची, हानिकारक एप्स की सूची और अपने स्मार्टफोन को फिर से स्कैन करने का विकल्प मिलेगा। समय समय पर इस विअकल्प के जरिये अपने एप्स की जांच करते रहना चाहिए। विशेषकर किसी ऐप को अपडेट करने के बाद तो जरुर जांच करें।
मोबाइल एप्स विश्वसनीय स्रोत से इनस्टॉल करें
आज बहुत सारे प्लेटफॉर्म हैं जो आपको मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की अनुमति देते हैं। परन्तु एंड्राइड फ़ोन के मामलों में गूगल प्ले स्टोर और आईफोन के लिए एप्पल स्टोर सबसे सुरक्षित माना जाता है। हालांकि वे पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं लेकिन दूसरों की तुलना में बेहतर हैं। इसीलिए जब भी आप नए ऐप डाउनलोड करना चाहते हैं तो इन प्लेटफॉर्म का उपयोग करें। लेकिन अगर आप किसी अन्य स्रोत से ऐप डाउनलोड करते है तो उसे गूगल प्ले प्रोटेक्ट से स्कैन जरुर कर लें।
ऐप के बारे में जानकारी एकत्र करें
विज्ञापन से प्रभावित होकर कोई भी मोबाइल ऐप नहीं डाउनलोड करना चाहिए। किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसके बारें में अच्छे से जान लें। इंटरनेट पर खोज करके आप ऐप और उसकी मूल कंपनी की हालिया जानकारी के बारें में पता लगा सकते है। अगर आपको कंपनी या ऐप से जुडी किसी भी डेटा या गोपनीयता लीक के बारें में जानकारी मिलती है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। ऐसी खबरें ऐप की विश्वसनीयता पर सवाल पैदा करती है।
इसके अलावा आपको ऐप की प्राइवेसी पालिसी पढ़नी चाहिए। किसी ऐप की गोपनीयता नीति से अपने निजी डेटा के उपयोग के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। क्या आप ऐप कि डेटा साझा करनी की नीति से सहमत है? यदि नहीं, तो ऐसी स्थिति में आपको इसे डाउनलोड नहीं करना चाहिए। इसके बदले आप इसके विकल्प पर विचार कर सकते है।
इनस्टॉल कर रहे ऐप द्वारा मांगी गई अनुमतियों की जांच करें
मोबाइल डाटा को सुरक्षित रखने के लिए यह बहुत जरुरी कदम है। आपके फ़ोन की लोकेशन, संपर्क सूची, कैमरा, माइक्रोफोन, सन्देश आदि बहुत सी सुविधाओं तक पहुंचने के लिए ऐप्स को आपकी अनुमति की जरुरत होती है। ये अनुमतियाँ आपको ऐप डाउनलोड करते समय या उसके इन जानकारियों तक पहली बार पहुंचने की कोशिश करते समय देनी पड़ती है। ऐप द्वारा मांगी गई अनुमतियों पर आपको पूरा ध्यान देना चाहिए। अगर कोई ऐप अपनी कार्यक्षमता से परे की अनुमति मांगता है तो, आपको सतर्क हो जाना चाहिए।
उदहारण के लिए, आप “Flashlight” ऐप इस्टॉल कर रहे है और वो आपसे आपकी “लोकेशन” की अनुमति मांग रहा है? या आप “Camera” ऐप इनस्टॉल कर रहे है और वो आपसे आपकी “संपर्क सूची” तक पहुंचने की अनुमति मांग रहा है। दोनों ही स्थितियों में अनुमतियाँ इनके कार्यक्षेत्र से बाहर की है। ऐसी अनुमतियों में पीछे कहीं न कहीं बुरी नियत छिपी रहती है। आपको ऐसे सभी ऐप्स से दूरी बनानी चाहिए। इसके अलावा, आपको ऐप्स को अनुमति देने के बाद, अपने फोन के व्यवहार का निरंतर निरीक्षण करते रहना चाहिए।
आपकी जानकारी के बगैर इन्सटाल्ड एप्स की जांच करें
कई बार अनजाने में या गलती से बहुत से अवांछित एप्स आपके स्मार्टफोन में इनस्टॉल हो जाते है। जिनकी हमें जानकारी भी नहीं होती है। इसीलिए हमें समय समय पर अपने स्मार्टफोन को अवांछित एप्स की मौजूदगी के लिए जांचते रहना चाहिए। किसी भी अवांछित ऐप के मिलने पर तुरंत उसे अनइंस्टाल कर देना चाहिए। यहाँ तक की उससे सम्बंधित सभी जानकारियों को भी डिलीट कर देना चाहिए। इससे आपका डाटा भी सुरक्षित रहेगा और आप बाकि ऐप को आसानी से मैनेज भी कर पाएंगे।
निष्कर्ष
तो, किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले, आपको उसके सभी प्रमुख बातों पर ध्यान देना चाहिए। असत्यापित प्लेटफार्म से ऐप डाउनलोड करने से बचना चाहिए। अनावश्यक अनुमतियाँ नहीं देनी चाहिए और ऐसे एप्स को डाउनलोड करने से बचना चाहिए। ऐसा नहीं करना आपकी गोपनीयता को खतरे में दाल सकता है। इसीलिए, सावधानीपूर्वक और केवल आवश्यक ऐप ही डाउनलोड करें।