ecommerce fraud

ईकॉमर्स कम्पनीज द्वारा किया जा रहा नया फ्रॉड – eCommerce fraud

ऑनलाइन फ्रॉड!!! आप इस शब्द से भलीभांति परिचित होंगे। आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम इतने व्यस्त हो गए है कि हमारे पास समय का आभाव हो गया है। समय की इसी कमी के चलते हम आजकल बहुत सा सामान फिर चाहे वो कपड़े, घर का राशन, साग सब्जी या रोजमर्रा की जरुरत की चीजें हों, सब ऑनलाइन मंगाते है। जहाँ ऑनलाइन बाजार के आजाने से हमें सुविधा हुई है वहीं इसके जरिए बहुत से धोखाधड़ी के मामले भी सामने आये है।

आज मैं आपके समक्ष ऑनलाइन फ्रॉड से सम्बंधित अपनी आपबीती बताने वाला हूँ। अभी कुछ दिन पहले मैंने प्रचलित ऑनलाइन वेबसाइट फ्लिपकार्ट (Flipkart) के जरिये एक बॉथ टब खरीदा जिसकी कीमत (MRP) रु० 2726/- दर्शाई गई थी। फिर इस कीमत पर 60% छूट और रु० 100/- की अतिरिक्त छूट दी गई थी जिसके बाद इसकी खरीद कीमत रु० 1085 /- हो गई। मैंने इस खरीद कीमत पर सामान को माँगा लिया। सामान तय समय पर मुझे प्राप्त हुआ बिना किसी क्षति के। सामान को खोलने के बाद मैंने उसका बारीकी से निरक्षण किया तो पता चला की वास्तविक कीमत वेबसाइट पर दर्शाई गई कीमत से बहुत कम है। बाथ टब की मुद्रित (Printed) कीमत मात्र रु० 1149/- है। इसके साथ एक एयर पंप भी थी जिसकी कीमत रु० 299/- है। इस तरह दोनों की सम्मलित मुद्रित कीमत रु० 1448/- है।

इस तरह देखा जाये तो वास्तविक मुद्रित कीमत और दर्शाई गई कीमत में रु० 1278/- का अंतर है। यानि फ्लिपकार्ट में मुझे रु० 1448/- का सामान रु० 2726/- का बता करके बेचा जोकि एकतरह की धोखेधड़ी है।

इस विषय पर मैंने फ्लिपकार्ट कस्टमर केयर पर कई बार बात करने की कोशिश की पर हर बार असफल रहा। फिर मैंने इस घटना को अपने ट्विटर पर सभी जरुरी साक्ष्यों के साथ पोस्ट किया। https://bit.ly/2TY3U2c लिंक पर जाके आप देख सकते है। इसके बाद मुझे उनकी तरफ से संपर्क किया गया और जरुरी कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया गया। लेख लिखे जाने तक फ्लिपकार्ट ने क्या कार्यवाही की इसकी मुझे जानकारी नहीं दी गई है। इस घटना को पढ़के आपको क्या समझ आया। यहाँ पर अपने ग्राहक के साथ चीटिंग करने के लिए पहले फ्लिपकार्ट ने सामान की वास्तविक कीमत को अत्यधिक बढ़ा करके दर्शाया और फिर उसपर ६०% का लुभावना ऑफर दिया। ज्यादा कीमत के सामान को कम कीमत पर पाने की लालच में मेरे जैसे बहुत से लोग सामान माँगा लेते है और फिर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते है।

फ्लिपकार्ट जोकि ऑनलाइन बाजार में जाना माना नाम है और जिसके लाखो ग्राहक है। अगर वो अपने ग्राहकों के साथ तरह का धोका कर सकती है तो बाकि वेबसाइटों के बारें में बस अनुमान लगा सकते है की वो कितनी पारदर्शी होंगी।

ये तो रही मेरी आपबीती जिसको मैंने आपसब से साझा किया है। इसके अलावा ऐसी बहुत सी घटनाओ का उल्लेख आपने समाचार पत्रों और समाचार चैनेलो पर पढ़ा या देखा होगा कि कैसे विभिन्न तरीकों के जरिये ऑनलाइन सामान बेचने वाली वेबसाइट अपने ग्राहकों को चूना लगाती है। जिस तरह हम अपनी स्थानीय दुकानों से सामान लेते समय सजग रहते है उसी तरह की सजगता हमें ऑनलाइन खरीदारी में भी दिखानी होगी। तभी हम ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी से बच सकते है। आज हम आपको कुछ साधारण से तरीके बताते है जिनका अनुसरण करके आप ऑनलाइन की जाने वाली धोखाधड़ी से खुद को बचा सकते है।

फर्जी वेबसाइट की पहचान करना (Identify Fake Websites)

किसी भी वेबसाइट से खरीदारी करने से पहले आप उसके सही होने की जांच करले। ऐसा आप उसके URL को देख के समझ सकते है। अगर URL बार पर लाल निशान लगा हो या नॉट सिक्योर (Not Secure) लिखा हो तो आप तुरंत समझ जाइये की ये एक फेक वेबसाइट है। इसके अलावा आप ये देखे की वेबसाइट पर उसके कांटेक्ट डिटेल्स है की नहीं। रिफंड और रीटर्न पालिसी है की नहीं। उस वेबसाइट पर मौजूद पेमेंट गेटवे सुरक्षित है की नहीं। वेबसाइट के कंटेंट में अशुद्धियों का होने भी उसके फर्जी होने का संकेत देते है। इस तरह उपर्लिखित तरीको से आप जान सकते है की जिस वेबसाइट से आप खरीदारी करने वाले है वो वास्तिविक है या फर्जी है।

विश्वसनीय वेबसाइट (Trusted Websites)

ऑनलाइन शॉपिंग में नित नई वेबसाइटों का आगमन होता रहता है जोकि लुभावने ऑफर देके ग्राहकों को अपनी तरफ खींचना चाहती है। इनमें से ज्यादातर फर्जी ही होती है। इसीसलिए ऑनलाइन सामान खरीदने के लिए आप विश्वसनीय वेबसाइटों पर ही जाएँ। क्यूंकि विश्वसनीय वेबसाइट पर किसी तरह का फ्रॉड होने पर आपके पैसे वापस मिलने की ज्यादा सम्भावना होती है।

अवास्तविक छूट(Unrealistic Discounts)

अगर कोई आपको कहे की iPhone 11 मैं आपको मात्र रु० 11000 /- में दिला दूंगा तो आप उसपर बिलकुल यकीन नहीं करेंगे। इसी तरह अगर आपको किसी वेबसाइट पर अवास्तविक छूट दर्शाई जाती है तो आपको सावधान होने की जरुरत है। और ऐसी वेबसाइट से तुरंत निकल जाना चाहिए। क्यूंकि जितनी देर आप इनकी वेबसाइट पर रहेंगे ये आपको उतने लुभावने ऑफर दिखाएंगे और आपको फसाने की कोशिश करेंगे। इसलिए बेहतर होगा की आप ऐसी किसी भी वेबसाइट पर न जाये जो ऐसे लुभावने प्रस्तावों से भरी हो।

समीक्षा पढ़ना (Read the Review)

ऑनलाइन किसी भी सामान को मांगने से पहले आप दूसरे ग्राहकों द्वारा दी गई समीक्षा को जरूर पढ़े। समीक्षा पढ़ने से आपको उस सामान के बारें में सही जानकारी मिल सकती है। अगर बाकि ग्राहकों की समीक्षा अच्छी है तभी आप उस सामान को खरीदे वरना रहने दे।

अवास्तविक कीमत (Unrealistic Price)

स्थानीय बाजार में अगर किसी ब्रांड के सामान की कीमत अगर रु० 1000/- है और उसी ब्रांड के उसी सामान की ऑनलाइन कीमत रु० 200/- बता रहा है तो आपको सावधान होने की जरुरत है। ऐसे में आपको घटिया या इस्तेमाल किया हुआ सामान भेजा जा सकता है। स्थानीय और ऑनलाइन बाजार में कीमत में बहुत ज्यादा अंतर नहीं होता है। अवास्तविक अंतर उस सामान को शक के दायरे में ले आता है। आपको ऐसे सामान को खरीदने से बचना चाइये।

पार्सल खोलते समय रिकॉर्डिंग करना (Record while Opening Parcels)

जब भी आप किसी ऑनलाइन खरीदे हुए सामान के पैकेट को खोलते है तो उसके खोलने की पूरी प्रक्रिया को अपने मोबाइल कैमरा में रिकॉर्ड करले। ऐसा करने से आपको प्राप्त पार्सल में क्या सामान मिला है उसका साक्ष्य एकत्र हो जाता है। अगर आपको ऑनलाइन खरीदे हुए सामान के अलावा कुछ और प्राप्त हुआ हो तो आप साक्ष्य के साथ अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है और अपना पैसा वापस पा सकते है। ऐसे धोखाधड़ी के मामले मोबाइल फ़ोन खरीदारी में ज्यादा देखने को मिले है जहाँ ग्राहक को मोबाइल की जगह ईंट या कुछ और भेजा गया है और पर्याप्त साक्ष्य न होने की वजह से बहुतों को न तो रिफंड मिला न ही रिप्लेस।

सामान की अच्छे से जांच करना (Check Your Product Thoroughly)

सामान प्राप्त होने के बाद आप उस सामान की अच्छे से जांच करें। किसी भी तरह की कमी मिलने या सामान के घटिया या रद्दी होने पर तुरंत शिकायत करें और सामान वापस करके अपना रिफंड ले लें।

मुद्रित कीमत की जांच (Check Product MRP)

जो भी सामान आपने खरीदा है उसके प्राप्त होने के बाद आप उसकी मुद्रित कीमत की पक्का जाँच करें। अगर मुद्रित कीमत और दर्शाई गई कीमत में अंतर मिलता है तो तुरंत शिकायत दर्ज करें। मुद्रित कीमत से ज्यादा कीमत दर्शाने पर आप कंस्यूमर फोरम में भी शिकायत कर सकते है। अगर

प्राप्त सामान की मुद्रित कीमत को खुरच करके या काला करके मिटाया गया है तो भी आपको सावधान होने की जरुरत है। ऐसे में इस बात की अत्यधिक सम्भावना है की आपको कम कीमत का सामान ज्यादा कीमत का बता करके बेचा गया है। इस स्थिति में भी आप अपनी शिकायत तुरंत दर्ज कराएं।

सोशल मीडिया पर विक्रेता से सावधान (Beware of Sellers on Social Media)

सोशल मीडिया जैसे की फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि पर बहुत से व्यक्तिगत लोग लुभावने प्रस्तावों के साथ सामान बेचने की कोशिश करते है। ऐसे लोगों की न तो कोई वास्तविक वेबसाइट होती है और न ही कोई कांटेक्ट डिटेल्स या पता होता है। ये आपको व्यक्तिगत सन्देश के जरिये अपने सामान का विवरण देते है। ये देखा गया है कि ऐसे लोगों से सामान लेने बाद ज्यादातर मामलों में ग्राहक को सामान भेजा ही नहीं जाता है और अगर भेजा भी जाता है तो वो बहुत ही घटिया गुणवत्ता का होता है। ऐसे लोग आपसे से पैसा लेने के बाद संपर्क तोड़ देते है या अपना नंबर बदल लेते है। ऐसे धोखेबाजो से पैसा मिलना लगभग नामुमकिन हो जाता है। इसीलिए सोशल डिअ पर मिलने वाले विक्रेताओं के बारें में पूरी जानकारी होने पर ही कोई सामान खरीदे।

लुभावने विज्ञापन (Tempting Ads)

आज आप ऑनलाइन जो कुछ भी सर्फ कीजिये, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की मदद से आपको आपके मोबाइल पर उसी से सम्बंधित विज्ञापन दिखाए जाते है। मानलीजिए आपने ऑनलाइन अपने लिए एक मिक्सर ग्राइंडर सर्च किया। तो आप देखंगे की आपके मोबाइल में मौजूद सभी ऍप्लिकेशन्स पर आपको मिक्सर ग्राइंडर से सम्बंधित विज्ञापन दिखाई देंगे। ये विज्ञापन बहुत ही लुभावने होते है और कभी कभी 75% से 80% तक की छूट दी जाती है। मेरा अनुरोध है की आप ऐसे विज्ञानपाओं से दुरी बनाये रखे वरना आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते है।

आपको हमने बहुत ही छोटी छोटी और महत्वपूर्ण बातें बताई है। अगर ऑनलाइन खरीदारी करते समय इन बातों का ध्यान रखा जाये तो आप ऑनलाइन फ्रॉड से खुद को बचा सकते है। खरीदारी हमेशा वास्तविक और लोकप्रिय वेबसाइट पर ही करें। ऐसी वेबसाइट पर किसी भी तरह का धोखा होने पर आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है और खराब या रद्दी सामान मिलने पर आसानी से वापस कर सकते है और अपना पैसे वापस पा सकते है। फ़र्ज़ी वेबसाइट से सामान खरीदने पर 100% सम्भावना है की आपका पैसा डूब जायेगा और सामान भी नहीं मिलेगा और अगर मिला भी तो रद्दी होगा। आप अपने साथ हुई ऑनलाइन खरीदारी में धोखधड़ी की पुलिस के साइबर सेल में शिकायत भी दर्ज करा सकते है। परन्तु इनके निस्तारण की बहुत का संभावना होती है।

अंत में मैं आपसब से यही कहना चाहूंगा की आप सतर्क होकर खरीदारी करें। अगर आपमें से किसी के साथ भी ऐसी घटना घटी है तो आप हमें अपनी घटना भेज सकते है हम उसको अपने ब्लॉग के माध्यम से जरुर प्रकाशित करेंगे।

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