क्या मैलवेयर और स्पाइवेयर से मुख्त ऐप सुरक्षित है? आपका जवाब शायद हाँ होगा। लेकिन उन खतरनाक मोबाइल यूटिलिटी एप्स के बारें में क्या जो पूरी तरह से मैलवेयर नहीं है फिर भी आपके व्यक्तिगत डाटा की चोरी कर रहे है। उन एप्स का क्या जो सिर्फ आपका डाटा एकत्र करते है, और पैसे के लिए आपकी व्यक्तिगत जानकारी तृतीय-पक्ष विज्ञापनदाताओं को बेच देते है?
आज हमारे स्मार्टफोन के लिए कई तरह के ऐप उपलब्ध है। आप अपनी सहूलियत और जरुरत के हिसाब से इन एप्स को डाउनलोड कर सकते है। लेकिन क्या आपके द्वारा डाउनलोड किये गए सभी एप्स सुक्षित है? क्या वो सभी मैलवेयर और स्पाइवेयर से मुख्त है? कहीं वो आपकी व्यक्तिगत जानकारी तो नहीं चुरा रहे? ये वो सवाल है जिनका जवाब मिलने के बाद ही आपको कोई ऐप डाउनलोड करना चाहिए।
आपको हमने अपने पिछले लेख में खतरनाक एप्स को पहचानने के टिप्स बताये थे। एंड्राइड फ़ोन में मैलवेयर और स्पाइवेयर एक बढ़ती हुई समस्या बन गई है। गूगल भी समय समय पर अपने प्ले स्टोर से एडवेयर और स्पाइवेयर एप्स को हटाता रहता है। लेकिन फिर भी बहुत से एप्स उसकी पकड़ से बच जाते है। असत्यापित स्रोतों से इंस्टॉल किए गए ऐप्स के मामले में खतरा और बढ़ जाता है।
आज हम आपको कुछ संदिग्ध श्रेणी के खतरनाक मोबाइल यूटिलिटी एप्स के बारें में बताएँगे। इनमें से कई अपनी कार्यक्षमता के बाहर की अनुमतियाँ (app permissions) मांगते है। और कई आपके फ़ोन के लिए महत्वपूर्ण बताये जाते है पर असल में उनकी जरुरत नहीं है। ऐसे लगभग सभी एप्स का काम आपके व्यक्तिगत डाटा को एकत्रित कर मूल कंपनी के पास भेजना होता है। ऐसे किसी भी ऐप को तुरंत अपने मोबाइल से हटा देना चाहिए।
1. एंड्राइड फ़ोन के लिए क्लीनर मोबाइल यूटिलिटी एप्स
आपको अपने फ़ोन के कैश्ड डेटा (cache data) और अनावश्यक एप्स को हटाने के लिए किसी बाहरी ऐप की जरुरत नहीं होती है। अधिकांश आधुनिक स्मार्टफोन में इस कार्य को करने के लिए विकल्प मौजूद रहते है। आपको अपने फ़ोन के सेटिंग्स में खोजने पर सभी जरुरी विकल्प मिल जायेंगे। जिसके वजह से तृतीये-पक्ष के एप्स की जरुरत ख़त्म हो जाती है।
अधिकतर क्लीनर एप्स बहुत सी अनुमति मांगते है। जिनकी उनको कोई जरुरत नहीं होती है। ये एप्स कैश को मिटने के साथ आपके डाटा को भी ट्रैक करते है। ये ऐप बिना आपकी जानकारी के बैकग्राउंड में चलते रहते है। जिनकी वजह से ये आपकी फ़ोन की बैटरी को भी कम करते है। ये आपके फ़ोन को तेज़ बनाने के बजाये धीमा करते है और इनमें बहुत से अनवांछित विज्ञापन भी आते है।
उदहारण के लिए Cleaner – Phone Booster, Speed Booster – Memory Cleaner & CPU Task Manager, Clean Droid – 1 Tap Clear Cache & Phone Cleaner, CleaniT आदि ऐसे ही एप्स है जिनका काम आपके व्यक्तिगत डाटा की सफाई करना है।
2. एंड्राइड फ़ोन के लिए बैटरी बचत यूटिलिटी एप्स
अपने फ़ोन की बैटरी की खपत जानने के लिए आप अपने फ़ोन की सेटिंग्स> बैटरी पर जाएं। वहां से आप बैटरी की ज्यादा खपत करने वाले एप्स को पहचान सकते है। जरुरत नहीं होने पर आप ऐसे एप्स को फ़ोर्स स्टॉप कर दीजिये। इसके अलावा बैटरी बचने का कोई दूसरा तरीका नहीं है। बैटरी बचत ऐप बैटरी बचने के अलावा बाकि सब कुछ करते है।
उदहारण के लिए DU Battery Saver, Battery Saver – Bataria Energy Saver आदि कुछ घातक एप्स है।
3. एंड्राइड फ़ोन के लिए एंटीवायरस
नया फ़ोन लेते ही हम सबसे पहले मुफ्त वाला कोई भी एंटीवायरस इनस्टॉल करते है। अज्ञात डेवलपर के द्वारा बनाया गया एंटीवायरस बहुत खतरनाक हो सकता है। ऐसी पूरी सम्भावना है कि आप जो एंटीवायरस इस्तेमाल कर रहे है वो किसी हैकर ने बनाया हो। ये ऐप आसानी से आपका व्यक्तिगत डाटा चुरा सकते है और यहाँ तक कि आपके फ़ोन को पूरी तरह ब्लॉक भी कर सकते है।
अगर आप गूगल प्ले स्टोर से ऐप इनस्टॉल करते है तो, आपको एंटीवायरस की कोई जरुरत नहीं है। क्यूंकि गूगल अपने प्लेटफार्म पर सूचीबद्ध सभी एप्स को मैलवेयर और स्पाइवेयर के लिए लगातार जँचता रहता है। लेकिन अगर आप किसी भी प्लेटफार्म से ऐप डाउनलोड करते है, या अविश्वसनीय वेबसाइट पर जाते है, तो आपको एंटीवायरस की आवश्यकता पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में आप विश्वसनीय डेवलपर्स से खरीदे हुए एंटीवायरस का ही इस्तेमाल करें।
उदहारण के लिए APUS Security -Antivirus, Phone security, Cleaner, Virus Cleaner Antivirus 2017 – Clean Virus Booster, Super Antivirus & Virus Cleaner, Virus Cleaner – Antivirus Free & Phone Cleaner आदि कुछ प्रतिबंधित और खतरनाक एप्स है।
4. एंड्राइड फ़ोन के लिए RAM बचत एप्प
फ़ोन की RAM बचाने का एकमात्र तरीका है, पृष्ठभूमि (background apps) में चल रहे एप्स को बंद कर दें। इसके अलावा Android OS RAM के उपयोग को कुशलता से प्रबंधित करता है। इसीलिए आपको किसी भी तृतीय-पक्ष ऐप की जरुरत नहीं है। ऐसा कोई भी ऐप सिर्फ आपके फ़ोन के मौजूदा संसाधनों को खर्च करते है। साथ ही ये आसानी से आपके व्यक्तिगत डाटा को एकत्र कर सकते है।
उदहारण के लिए Max Security – Antivirus & Booster & Cleaner, APUS Turbo Cleaner 2020, Super Clean – Master of Cleaner, Phone Booster आदि कुछ संधिगत और प्रतिबंधित एप्स है।
5. एंड्राइड फ़ोन के लिए ब्राउज़र एप्स
आपके एंड्राइड फ़ोन में कस्टम निर्मित वेब ब्राउज़र पहले से इनस्टॉल हो सकते है। पर जरुरी नहीं को वो पूरी तरह से सुरक्षित हों। अच्छे प्रदर्शन के लिए इन ऐप्स को विभिन्न अनुमतियों की जरुरत होती है, यहाँ तक की कॉल प्रबंधन भी। यह उन्हें बहुत असुरक्षित बनाता है। इसीलिए हमें उन्हें अनइंस्टाल करके गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध सबसे विश्वसनीय ब्राउज़रों को इनस्टॉल करना चाहिए।
गूगल प्ले स्टोर पर कई तृतीय-पक्ष ब्राउज़र ऐप भी उपलब्ध हैं। जो विशेष सुविधओं जैसे वीडियो देखना और स्ट्रीमिंग करना के साथ आते है। ये सुविधाएँ आपको आकर्षित कर सकती है। परन्तु विश्लेषकों का मनना है कि ज्यादातर ऐसे वेब ब्राउज़र “डेटा ट्रांसमिशन” की व्यापक सुरक्षा नहीं करते है। जिसका अर्थ है, हैकर्स आसानी से आपकी कीमती जानकारी चुरा सकते है। इसके अलावा इन वेब ब्राउज़र में अंतर्निर्मित विज्ञापनों की संख्या बहुत होती है। जोकि आपके फ़ोन को बहुत धीमा कर देते है।
उदहारण के लिए Web Browser – Fast, Privacy & Light Web Explorer, Web Browser – Secure Explorer, UC Browser, Dolphin browser आदि असुरक्षित वेब ब्राउज़र शामिल है।
निष्कर्ष
अबतक हमने आपको पांच खतरनाक मोबाइल यूटिलिटी एप्स श्रेडियो के बारें में बताया। ये को श्रेणियाँ है जिनके एप्स इनस्टॉल करने से पहले आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। इनमें से ज्यादातर काम आपका फ़ोन बिना किसी बाहरी ऐप की सहायता से कर सकता है। इसीलिए आपको ऐसे एप्स को डाउनलोड करने से बचना चाहिए। खतरनाक एप्स की पहचान कैसे करें ये हमने आपको अपने पिछले लेख में बताया था। अपने अगले लेख में हम आपको कुछ और खतरनाक श्रेणियों के बारें में बताएँगे।