बीकॉम के बाद दमदार करियर

बीकॉम के बाद करियर के लिए बेहतरीन कोर्सेस, बीकॉम करने के फायदे

बीकॉम से स्नातक करने के बाद छात्रों के पास करियर के बहुत से विकल्प होते है। परन्तु सही जानकारी और मार्गदर्शन न मिल पाने की वजह से छात्र करियर के विकल्प को चुनने में भ्रमित हो जाते है। इस लेख में हमने बीकॉम के छात्रों के लिए उपलब्ध करियर विकल्पों को विस्तार से बताया है।

बीकॉम के बाद करियर विकल्प

बीकॉम के बाद करियर विकल्प

12वीं कक्षा के बाद करियर विकल्प के रूप में बीकॉम बहुत अच्छा चुनाव है। बीकॉम करने वाले छात्रों के पास स्नाकोत्तर और अच्छी नौकरी के बहुत से विकल्प खोल देता है। चार्टेड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी, अकाउंटेंट, टैक्स कंसलटेंट या फिर मास्टर्स करके अपना करियर संवार सकते है। आइए अब हम आपको बीकॉम के बाद उपलब्ध विकल्पों के बारें में विस्तार से बताते है।

बीकॉम के बाद चार्टेड अकांटेंट/ सीए बनना सबसे पहली पसंद 

बीकॉम के बाद छात्रों की करियर विकल्प के रूप में सबसे पहली पसंद चार्टेड अकाउंटेंट बनना होता है। सीए की परीक्षाएं इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट ऑफ इंडिया (ICAI) द्वारा आयोजित की जाती है। जिसमें छात्रों को एक निश्चित समय अवधि में सीए के लिए जरुरी सभी परीक्षाएं उत्तीर्ण करनी होती है। सीए पाठ्यक्रम में छात्रों को अकाउंटिंग, ऑडिटिंग और टैक्सेशन का संपूर्ण ज्ञान दिया जाता है।

छात्रों को चार्टेड अकाउंटेंट बनने के लिए सीपीटी (CPT), आईपीसीसी (IPCC), और फाइनल सीए (CA) की परीक्षा पास करनी होती है। बीकॉम से स्नातक छात्र सीधे आईपीसीसी की परीक्षा में शामिल हो सकते है। यह परीक्षा दो चरणों में होती है। पहला चरण पास करने के बाद छात्र को सीए के लिए जरुरी आर्टिकलशिप के लिए रजिस्टर कर सकते है। दूसरे चरण की परीक्षा और आर्टिकलशिप पूरा होने के बाद छात्र सीए की मुख्य परीक्षा देने के योग्य हो जाते है। मुख्य परीक्षा पास करने बाद ही छात्रों को सीए की उपाधि मिलती है।

कंपनी सेक्रेटरी/ सीएस

यदि आपको कंपनी के स्टॉक और निवेश में रुचि है, तो आप सीएस का पाठ्यक्रम चुन सकते है। कंपनी सेक्रेटरी किसी कंपनी की स्टॉक एवं निवेश को प्रबंधित करते है। साथ ही ये कंपनी और शेयरधारकों के बीच की औपचारिकताओं को सँभालते है। सीएस की पढाई करने वाले छात्रों को कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स को सही सलाह देने के लिए तैयार किया जाता है। सीएस बनने के लिए छात्रों को फाउंडेशन, एक्जीक्यूटिव और फाइनल कोर्स की परीक्षाओं को पास करना पड़ता है। सीएस का पाठ्यक्रम सफलता पूर्वक पूरा करने वाले छात्र कार्यकारी सचिव से लेकर प्रबंध संचालक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी तक का कार्यभार संभल सकते है।

मास्टर्स ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन फाइनेंस/ एमबीए फाइनेंस

बीकॉम के छात्रों उच्च शिक्षा के लिए एमबीए फाइनेंस का विकल्प भी चुन सकते है। इस पाठ्यक्रम को करने के बाद छात्र एक अच्छी एवं ज्यादा वेतन वाली नौकरी आसानी से पा सकते है। एमबीए फाइनेंस एक दो वर्षीय स्नाकोत्तर पाठ्यक्रम है। एमबीए के पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आप कंबाइंड एप्टीटुड टेस्ट (CAT) की परीक्षा पास करनी पड़ती है। परीक्षा के अंकों के अनुसार ही आप कॉलेज का चयन कर सकते है।

बीकॉम के बाद मास्टर्स ऑफ कॉमर्स/ एमकॉम कर सकते है

अगर छात्र बीकॉम के बाद पढाई जारी रखना चाहता है, तो वह एमकॉम का विकल्प चुन सकता है। एमकॉम एक स्नाकोत्तर पाठ्यक्रम है। जिसकी अवधी दो वर्ष की होती है। एमकॉम में अकाउंटिंग, बिजनेस, फाइनेंस, इकोनोमिक्स, स्टेटिक्स, टैक्सेशन, मार्केटिंग एंड मैनेजमेंट आदि पाठ्यक्रम शामिल होते है। छात्र इसमें से किसी भी विषय में एमकॉम कर सकता है। पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद छात्र सम्बंधित क्षेत्र में नौकरी कर सकता है।

एमकॉम का पाठ्यक्रम सभी विश्विद्यालयों द्वारा कराया जाता है। कुछ कॉलेज योग्यता आधारित प्रवेश लेते है। वही कुछ कॉलेज एमकॉम के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन करते है। आप अपनी योग्यता और रुचि अनुसार विषय और कॉलेज का चयन कर सकते है।

मास्टर्स ऑफ़ लॉ/ एलएलबी

जिन छात्रों को कानून या कानूनी कार्य में ज्यादा रुचि है, वो इस विकल्प को चुन सकते है। एलएलबी एक तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम है। जिसके करने के बाद छात्र वकील या न्यायाधीश बन सकता है। संयुक्त विधि प्रवेश परीक्षा (CLAT) की प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद छात्र  भारत की बाईस राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में प्रवेश पा सकते है। इसके अलावा बहुत से अन्य कॉलेज भी लॉ के पाठ्यक्रम पेश करते है। जहाँ आप आवेदन करके लॉ की पढाई कर सकते है। बीकॉम से स्नातक छात्रों के लिए बिज़नेस लॉ के क्षेत्र में विशेषज्ञता ज्यादा लाभकारी रहता है। 

 मास्टर्स इन मार्केटिंग मैनेजमेंट/ एमबीए इन मार्केटिंग/ पीजीडीएम इन मार्केटिंग 

एमबीए इन मार्केटिंग या पीजीडीएम इन मार्केटिंग आदि पाठ्यक्रम बीकॉम कर चुके छात्रों के लिए बहुत लाभकारी होते है। क्यूंकि मार्केटिंग मैनेजमेंट मुख्य रूप से संख्यात्मक और विश्लेषणात्मक डेटा पर आधारित होता है, जिसका विश्लेषण करके आगे की रणनीति बनाई जाती है। चूँकि बीकॉम के छात्र पहले ही ऐसे डेटा को परखने और विश्लेषण करने में निपुण हो चुके होते है, तो उनके लिए मार्केटिंग में अपना करियर बनाना आसान हो जाता है।    

एमसीए/ एमएससी आईटी

सूचना प्रौद्योगिकी वैश्विक अर्थव्यवस्था में सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र है। जिन छात्रों को आईटी के क्षेत्र में रुचि है, वो एमसीए या एमएससी आईटी के पाठ्यक्रम को चुन सकते है। हालाँकि ये पाठ्यक्रम पेश करने वाले अधिकतर कॉलेज विज्ञान से स्नातक छात्रों को ही प्रवेश देते है। परन्तु यदि आपने 12वीं कक्षा तक गणित और कंप्यूटर साइंस का अध्ययन किया हो, तो आपको प्रवेश मिल सकता है। यह पाठ्यक्रम आपको ठोस वाणिज्य के क्षेत्र से दूर ले जाएगा। परन्तु यदि आपकी रुचि आईटी में है तो आपको ये पाठ्यक्रम जरूर करने चाहिए। 

बीकॉम के बाद करियर के अन्य विकल्प

अबतक हमने आपको बीकॉम के बाद प्रचलित पाठ्यक्रमों के बारें में बताया। जिन्हे ज्यादातर छात्र करना पसंद करते है। लेकिन अब हम आपको कुछ ऐसे पाठ्यक्रमों के बारें में बताएँगे, जो ज्यादा प्रचलित तो नहीं है, परन्तु इनमें करियर बनाने की अपार संभावनाएं छुपी हुई है। ऐसे पाठ्यक्रमों का नीचे विस्तार से बताया गया है। 

सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट/ सीएमए

सीएमए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम है, जो बीकॉम से स्नातक करने के बाद किया जा सकता है। सीएमए का पाठ्यक्रम इंस्टीटयूट ऑफ सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट की तरफ से पेश किया जाता है। इस पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले छात्रों की संयुक्त राज्य में बहुत मांग है। सीएमए का पाठ्यक्रम पूरा करने वाले छात्र गैर प्रमाणित लेखाकार से 33 प्रतिशत ज्यादा कमाते है। सीएमए का पाठ्यक्रम लगभग सौ देशों में करवाया जाता है।      

एसीसीए

जो छात्र अकॉउंटिंग को अपना पेशा बनाना चाहते है, उनके लिए एसएसीए का पाठ्यक्रम सबसे उत्तम है। एसएसीए पाठ्यक्रम को एसोसिशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड अकाउंटेंट्स से मान्यता प्राप्त है। यह पाठ्यक्रम लगभग 180 देशों में करवाया जा रहा है। इस पाठ्यक्रम को करने में लगत भी कम आती है। आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों जो ऑडिट और टैक्सेशन में अपना करियर बनाना चाहते है, उनके लिए यह उत्तम विकल्प है।

सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट/ सीपीए

सीपीए भी बीकॉम से संतक छात्रों के लिए अन्तराष्ट्रीय स्तर का पाठ्यक्रम है। यह पाठ्यक्रम छात्रों को सीए की तरह लाभ पहुँचता है। सीपीए का पाठ्यक्रम एक वर्ष का होता है। इस कोर्स को किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से किया जा सकता है। जो लोग सरकारी उपक्रमों में नौकरी की तलाश कर रहे है, उनके लिए यह सबसे अच्छा विकल्प है।

सीपीए बनने के लिए छात्रों को लेख परीक्षा और सत्यापन, वित्तीय लेखांकन और रिपोर्टिंग, विनयमन और बिजनेस इनवायोमेंट कंसेप्ट के विषयों की एक परीक्षा उत्तीर्ण करनी पड़ती है। इस परीक्षा में आपको औसत 47 प्रतिशत पाना अनिवार्य है।

सर्टिफाइड फाइनेंशियल एनालिस्ट/ सीएफए

वित्तीय प्रणाली और निवेश में रुचि रखने वाले छात्र इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है। सीएफए पाठ्यक्रम में छात्रों को बेसिक अकाउंटिंग स्टैंडर्ड्स, बिज- नेस प्रेक्टिसेज, इकोनॉमिक पॉलिसीज एंड कंडीशंस आदि विषय पढ़ाए जाते है। 

कॉस्ट अकाउंटेंसी/ आईसीडब्ल्यूए

जो छात्र कंपनी के लगात लेखा का प्रबंधन तथा कंपनी को मुनाफे में रखने के लिए चैक्स एंड बैलेंस मैकेनिज्म विकसित करने में रुचि रखते है, उनके लिए ये कोर्स बहुत लाभकारी है। इस पाठ्यक्रम को पूरा करने वाले छात्र आसानी से किसी भी कंपनी में अपना करियर बना सकता है।

बीकॉम के छात्रों के लिए नौकरी के विकल्प

अबतब हमने आपको बीकॉम के बाद उपलब्ध विभिन्न पाठ्यक्रमों के बारें में बताया। अब हम आपको उन क्षेत्रों के बारें में बताएंगें जिनमें आपको आसानी से नौकरी मिल सकती है। इस क्षेत्रों में आप अपना सुनहरा करियर बना सकते है।

बैंकिंग व बीमा सेक्टर

बीकॉम के छात्रों को आसानी से बैंकिंग सेक्टर में नौकरी मिल सकती है। क्यूंकि इस क्षेत्र में वित्तीय और लेखा प्रबंधन में निपुण लोगों की ज्यादा जरुरत रहती है। स्नाकोत्तर स्तर पर उपलब्ध कोर्स को करके आप इस सेक्टर्स में अपना करियर बना सकते है। 

स्टॉक ब्रोकिंग/ निवेश सलाहकार

बीकॉम से स्नातक के बाद स्टॉक ब्रोकिंग/ निवेश सलाहकार एक अच्छा करियर विकल्प है। अगर आपको शेयरों की अच्छी समझ हो, तो आप निवेश सलाहकार बनके अच्छा मुनाफा कमा सकते है। निवेश सलाहकार बनने के लिए आप कोई भी ब्रोकिंग कोर्स कर सकते है, जिससे आपको व्यक्तियों तथा संस्थानों की ओर से शेयरों की खरीदी-बिक्री के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सके।

टैक्स कंसलटेंट/ कर सलाहकार

बीकॉम में टैक्सेशन आप एक विषय के रूप में पढ़ते है। जिसका लाभ आप अपना करियर बनाने में उठा सकते है। बीकॉम के बाद आप किसी भी कंपनी के सलाहकार के रूप में नौकरी कर सकते है। उचित अनुभव प्राप्त करने के बाद आप अपनी फर्म बनाकर स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते है। या फिर आप घर से ही कर सलहाकार के रूप में कार्य कर सकते है।

सरकारी नौकरी जिसमे बीकॉम के बाद अप्लाई कर सकते है

बीकॉम से स्नातक करने के बाद आप विभिन्न सरकारी परीक्षाएं देकर सरकारी नौकरी कर सकते है। सरकारी नौकरी में छात्रों के लिए बैंकिंग, रेलवे, प्रशासनिक सेवाएं, रक्षा विभाग आदि में विकल्प उपलब्ध है।

ऊपर वर्णित विकल्प बीकॉम छात्रों के लिए उपलब्ध हजारों अन्य विकल्पों में से कुछ ही हैं। बीकॉम का क्षेत्र बहुत विशाल है, इस क्षेत्र में छात्रों को अपना करियर बनाने के हजारों विकल्प मौजूद है। लेकिन छात्रों को करियर विकल्प चुनते समय अपनी रुचि और योग्यता को ध्यान में रखना चाहिए। जिससे आगे चलकर वो अपने सपनों को पूरा कर सकें।  

हम आशा करते है कि बीकॉम के छात्रों को अपने सवालों के जवाब मिल गए होंगे। अपने विचार साझा करने के लिए नीचे टिप्पणी करें।

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